Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

देशभक्त

Raj Ashok 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम 10582 0 Hindi :: हिंदी

एक दिन तो तुम भी "आजादी" का जश्नन
मनाते हो। 
है, वतन के लिए "कुछ" करने  की तमन्ना 
तब, ही "तिरंगा" फहराते हो ।
चाहें तो, सरहद ,पे 
चलने ,वालों के निशान देख लों ।
तिरगें से लिपटे 
,वतन के राहगीरों की 
एक मुस्कान देख लो। 
वो, जज्बा ही तो, उनहै अलग बनाता है। 

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: