मोती लाल साहु 05 Jun 2023 कविताएँ समाजिक यह दुनिया अद्भुत है शायद, जीव जंतु जीवन रचाई- जग में आना, जग से है जाना- यह विधि प्रकृति ने बनाई- बाढ़ कभी भूकंप करोना का तो दुनिया में अब नाता सा बन गया है- और न जाने क्या-क्या तरह-तरह के वायरस मारा मारा फिरते लेते रहते चपेट में- क्या कहें दुनिया में दुर्घटना का अंबार लगा है- सबसे बढ़िया टेक्नोलॉजी तो वह होता जो हमको-हमसे मिला देता- उस कारीगर से मिला देता जिसने यह रचना रचाई- प्रकृति बार-बार आगाह कर रही है-हम कहां-कहीं-क्या भूल कर रहे- शायद। 5402 0 Hindi :: हिंदी
खेल-खेल- में क्या अद्भुत, जीव-जंतु जीवन रचाई-शायद,, जग में आना- जग से है जाना यह, विधि प्रकृति ने बनाई-शायद,, कभी बाढ़- तो कभी भूकंप, करोना का तो दुनिया में अब नाता सा बन गया है-शायद,, और ना जाने- क्या-क्या तरह-तरह, के वायरस मारा-मारा फिरते लेते रहते चपेट में-शायद,, क्या कहें- दुनिया में दुर्घटना, का अंबार लगा है-शायद,, हमें तो बस- स्वीकार करना है इससे, बढ़िया नाता कहां-शायद,, सबसे- बढ़िया टेक्नोलॉजी, तो वह होता जो हमको हमसे से मिला देता-शायद,, जिस कारीगर- की यह रचना है, उससे मिला देता-शायद,, यह प्रकृति- हमें बार-बार थप्पड़, जड़ रही है हम कहां कहीं-क्या भूल कर रहे- शायद....!!!! -मोती