Pratibha Khadekar 24 Mar 2024 गीत धार्मिक Writer Pratibha khadekar 4282 0 Hindi :: हिंदी
,,,,,,, पिके रंग में नहाये भंग भंग भंग आज ..... रह गये सारे,,तेरे भक्त दंग आज रंग, रंग ये गुलाल आज चढा महादेव पर..चढा महादेव पर धुम धुम धुम धुम धुम धिन नननन धिन नननन धिन नननन चरनो में फुल,उडाये गुलाल मटकी में भंग, पिलाया बहार जहा भी कदम,पैरो तले सामील हम चढी हैं चढी हैं चढी हैं चढी महादेव के प्रसाद की लढी ये लगी ,,,, पिके रंग में नहाये भंग भंग भंग आज रह गये सारे,, तेरे भक्त दंग आज रंग, रंग ये गुलाल आज चढा महादेव पर.. चढा महादेव पर कान्हा की बासुरी पर गोपिया बावरी महादेव की धुन पर में सावरी धिन नननन धिन नननन धिन नननन सा सा सा..नि रे सा ,सा सा सा नि रे सा खिले खिले खिले सप्तरंग मे खिले रंग महादेव का संसार से भिन्न हो हो हो होली में दहन जो मेरे महादेव से मिले भक्त की ख्वाईश है, रंग की बारिश है होलिका दहन हो आप सभी को बधाई हो... ,,,,,,,,,,,,,,,,, प्रतिभा खडेकार 7517947668