Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

मोरे गांव में ये आया कि कौन परदेसी....

मोती लाल साहु 30 Mar 2023 गीत समाजिक मोरे गांव में ये आया कि कौन परदेसी। 8657 0 Hindi :: हिंदी

चह़क रहीं हैं-
प्यारी मोरी ये सखियां,
गज़रे में खिलें हैं
फूलों की ये लरियां

मह़क रहें हैं-
गलियां ये चौबारा,
ये जो खिलें हैं रजनीगंधा

मोरे गांव में-
ये आया कि कौन परदेसी!

झूम रहीं हैं-
प्यारी मोरी ये सखियां,
मोरे अंगना में
ये जो खिलें हैं रजनीगंधा

मोरे गांव में-
ये आया कि कौन परदेसी!
-मोती 

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

ये खुदा बता तूने क्या सितम कर दिया मेरे दिल को तूने किसी के बस मैं कर दिया वो रहा तो नहीं एक पल भी आकर टुकडें- टुकड़ें कर दिये ना विश्वा read more >>
Join Us: