मोती लाल साहु 30 Mar 2023 गीत समाजिक मोरे गांव में ये आया कि कौन परदेसी। 8657 0 Hindi :: हिंदी
चह़क रहीं हैं- प्यारी मोरी ये सखियां, गज़रे में खिलें हैं फूलों की ये लरियां मह़क रहें हैं- गलियां ये चौबारा, ये जो खिलें हैं रजनीगंधा मोरे गांव में- ये आया कि कौन परदेसी! झूम रहीं हैं- प्यारी मोरी ये सखियां, मोरे अंगना में ये जो खिलें हैं रजनीगंधा मोरे गांव में- ये आया कि कौन परदेसी! -मोती