Raj Ashok 01 Oct 2023 गीत दुःखद बात 9358 0 Hindi :: हिंदी
एसी बात नहीं है। के ,हमे कुछ याद नहीं है। अब, बस जीने की खावाईशे यारा, ये दम तोड़ चुकी है। सांसे मेरी ऊमीदे छोड़ चुकी है। जीत तेरे दिल की, हार मेरे नशीब आई प्रीत जो की मने, तुमने दोस्ती भी नहीं निभाई ये दर्द तो बाँटता नहीं कोई। एसी..... बुलबुल मेरी है पिजरे मे खुदा इंसाफ से डरने लगा। हुआ ये सौदा खुले बाजार मे एसी....