Ranjana sharma 30 Mar 2023 कविताएँ धार्मिक Google 79272 0 Hindi :: हिंदी
मां अपने आंचल में समेट अपने ममता के छांव में रख बड़ा शुकून मिलता मुझे तू अपने दरबार में रख अपने - आप से मुझे न दूर कर अपने चरणों के धाम में रख नित - दिन तेरी मुख मैं देखूं ऐसी सुबह तू हर रोज रख। धन्यवाद