Archana Singh 08 May 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 27072 0 Hindi :: हिंदी
बिसरी इस , बिखरे विश्वास ...! बिन बोले , ना कोई जड़ .... ना कोई शाख ...! बिन किस्मत , ना ज्यादा ना कम होय ....! बिन बादल , ना बरसात होय ...! पीहर ना शोभे , मां-बाप बिना ...! शोभे ना ससुराल , पिया बिना ...! भक्त बिना भगवान ना शोभे ....! शूल बिना गुलाब ना शोभे ...! बिखरे पत्ते , बिखरी छाया ...! इंसान की पलटी हर समय ही काया ....!! धन्यवाद दोस्तों 🙏🙏💐💐