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बासुदेव अग्रवाल

बासुदेव अग्रवाल

बासुदेव अग्रवाल

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, Assam

नाम- बासुदेव अग्रवाल; जन्म दिन - 28 अगस्त, 1952; निवास स्थान - तिनसुकिया (असम) रुचि - काव्य की हर विधा में सृजन करना। हिन्दी साहित्य की हर प्रचलित छंद, गीत, नवगीत, हाइकु, सेदोका, वर्ण पिरामिड, गज़ल, मुक्तक, सवैया, घनाक्षरी इत्यादि। हिंदी साहित्य की पारंपरिक छंदों में विशेष रुचि है और मात्रिक एवं वर्णिक लगभग सभी प्रचलित छंदों में काव्य सृजन में सतत संलग्न हूँ।

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My Articles

किसी से, दिल लगा। रह गया, मैं ठगा।। हृदय में, खिल गयी। कोंपली, इक नयी।। मिला जब, मनमीत। जगी है, यह प्रीत।। आ गया, बदलाव। उत्तंग, है चाव।। read more >>
(बाल कविता) म्याऊँ म्याऊँ के दे बोल। आँखें करके गोल मटोल।। बिल्ली रानी है बेहाल। चूहे की बन काल कराल।। घुमा घुमा कर अपनी पूँछ। ऊपर न read more >>
बरवै छंद "शिव स्तुति" सदा सजे शीतल शशि, इनके माथ। सुरसरिता सर सोहे, ऐसो नाथ।। सुचिता से सेवत सब, है संसार। हे शिव शंकर संकट, सब संहा read more >>
वर्ष छंद (बाल कविता) बिल्ली रानी आवत जान। चूहा भागा ले कर प्रान।। आगे पाया साँप विशाल। चूहे का जो काल कराल।। नन्हा चूहा हिम्मत राख। read more >>
मकरन्द छंद "कन्हैया वंदना" किशन कन्हैया, ब्रज रखवैया, भव-भय दुख हर, घट घट वासी। ब्रज वनचारी, गउ हितकारी, अजर अमर अज, सत अविनास read more >>
शक्ति छंद "फकीरी" फकीरी हमारे हृदय में खिली। बड़ी मस्त मौला तबीयत मिली।। कहाँ हम पड़ें और किस हाल में। किसे फ़िक्र हम मुक्त हर चाल मे read more >>
शृंगार छंद "तड़प" सजन मत प्यास अधूरी छोड़। नहीं कोमल मन मेरा तोड़।। बहुत ही तड़पी करके याद। सुनो अब तो तुम अंतर्नाद।। सदा तारे गिन का read more >>
दोहा छंद "सद्गुण" सद्गुण सरस सुगन्ध से, महकायें जग आप। जो आयें संपर्क में, उनके हर लें ताप।। अंकुश रहे विवेक का, यह सद्गुण सिरमौर। read more >>
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