संदीप कुमार सिंह 28 Apr 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाजिक हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 5661 0 Hindi :: हिंदी
चिंता चिता समान है,सदा करे नुकसान। बस मस्ती में सब रहें,सुन्दर हो पहचान। जीवन पथ पर हम चलें,मिले खुशी बेरोक_ चिंतन अवश्य कीजिए,और बढ़ाए मान। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....