Jyoti yadav 28 Jun 2023 कविताएँ देश-प्रेम वो नारी हिंद की लाज हिंद की बचाए रखना 8020 0 Hindi :: हिंदी
आजाद देश की नारी हो तुम करना नहीं किसी की गुलामी सहना नहीं जुर्म तुम मत भरना तुम किसी के हां मात्र में हामी तु धीर वीर गम्भीर है तेरी भी जमीर है उसे भी तु याद रखना कोई भी हो उसे गुरुर के बाद रखना तेरी अपनी कुछ मर्यादा है ख्वाइशों से वो ज्यादा है मर्यादा को बनाए रखना वो नारी हिंद की लाज हिंद की बचाए रखना नारी हूं मैं नारियों से अरमान है नारी है तो खुशियों का हिंदुस्तान है प्यार से अपने तू हिंदुस्तान को सजाए रखना वो नारी हिंद की लाज हिंद की बचाए रखना ज्योति का यह पैगाम है डरना नहीं चाहे जो अंजाम हो कदम अपना तुम मोहब्बत से प्रगति की ओर बढ़ाए रखना वो नारी हिंद की लाज हिंद की बचाए रखना