Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

माझ्या काळजात ऋजला अवभाव तुझा

Pratibha Khadekar 07 May 2024 गीत प्यार-महोब्बत Writer Pratibha Khadekar 2289 0 Hindi :: हिंदी

माझ्या काळजात ऋजला अवभाव तुझा 
माझ्या मनात जल्मला 
ताजा तवान अवभाव तुझा...
ऋतुराज नैऋत्य विहान,, 
अमृत बरसुनी निघाला 
ऋतु वित वित धरती वरती छ्याला 
मधु नृत्य मंच भरारीने स्वर्गात मांडला 
काळजात ऋतुराज अवभाव 
आज तुझा मांडला...
झांझला मनी, स्वर्गात नाय कुणी 
तिच्या सारखी अवेलना 
सांझपरी सौन्दर्य,सुर्य मुखी..
चार हि दिशा अवरुन प्रकाश 
घेत बहर,घेत बहर,सांझरुन चुनरी 
भग भग भग दिशा गरजल्या 
टव टव टउन डोळ्यात‌‌‌ रुप हे मांडला 
साजला कामदेव इंद्रधनुष 
ऋतुराज विहान रचला...
,,,,,,,,,,,, प्रतिभा खडेकार 
7517947668

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

ये खुदा बता तूने क्या सितम कर दिया मेरे दिल को तूने किसी के बस मैं कर दिया वो रहा तो नहीं एक पल भी आकर टुकडें- टुकड़ें कर दिये ना विश्वा read more >>
Join Us: