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Recent Articles
तकदीर
पराए तो पराए थे कु
मैं किसान हूँ
मैं किसान हूँ मैं
बचपन के दिन
बचपन के दिन जब हम
माया
माया माया की इस नग
चुपी
चुपी जब मैं बच्ची
जीवन मुल्य
जीवनमुल्य प्रेम क
बो हाथ बदला हैं
कौन कहता है की देश
चलन
चलन साल बदला सदी बद
युद्ध सा चल रहा
युद्ध सा चल रहा हैं
जुगनुओ का बसेरा
सुना सुना आशमान मे
इश्क़
इश्क़ भी क्या अजीब ह
सफर
कोई तो नाम दो इस चुप
मुझे चाहिये तू
मुझे चाहिये तू और
ये भी चला हैं
अजब दस्तूर हैं तेर
तू भी नहीं
जब तू था दिल में तो
भिगोने लगा हैं
तू अब साँस बनके सां
तु रोज रोज आया कर
मैं तब भी तेरा ही आश
मन के जंजीर
मन के जंजीर मत डर म
नारी
नारी हर रंग में रू
तू है तो
तू है तो तू है तो द
उम्मीद
उम्मीद के बादवां न
ढलते देखा है
इस रंग बदलती दुनिय
जी करता हैं यु ही
कहा भी न जाये सहा भ
परछाई
वो मेरे साथ साथ होत
सदा महकाते रहना
मोहब्बत के चिंगारी
पहली बार
पहली बार जब मिला म
शुभ प्रभात अलवेला
निले निले आश्मान प
विचार
विचार रेत से दीवा
इतिहास गवाह
पत्थर को भगबान हो म
ये देश हैं हमारा
ये देश हैं हमारा ह
बस इंसान को छोड़ के
बक्त बे रहम जित गया
आज भी
फूल और खिलता आज भी
न मैं रोता
न तू होती न मैं होत
ऊचरूनं
ऊचरूनं छुछरून बन्
मैं जुगनू होता तो
जुगनू के जैसा हम ह
ज़िद्द
ज़िद्द कुछ तो ज़िद्द
तु
दिल से दिल की दुआ कु
तरंग
तुम उस लहर के जैसी ह
हाले दिल
तस्विर से मन अब भर
ख्वाबो में आती है
ख्वाबो में आती है
ऐ री सुन तो
तू मेरी हैं पर मेर
अच्छा मैं दर्पण हूँ
जब भी मैं देखता हूँ
कालचक्र के चक्र में
ये बक्त नहीं है रुक
आईना
आईना सच बोलती है क
तु ही तो है
तु ही तो है दिशाओं
आना सिर्फ मेरे लिए
तू जब भी आना सिर्फ
कृष्ण अर्जुन
देश द्रोपदी सी ड़र
मांगता हैं तो आजमा ले
कहि तू मुझ से नाराज
इश्क़बाज़
इश्क़बाज़ सुना हैं
पथ
पथ पथ है पुकारता श
मेरा खुदा से
सुना हैं मोहब्बत क
हमदम
असांभव् को संभव कर
एहसास
सपने के तरह तू अब टू
कल्पना
कल्पना कल्पना नि
टनकार
काल है डरा रहा मौत
उलूल जुलूल
खुजली वाले भैया खू
आखेरी पडाव
रुप बदल जायेंगे रं
कन्फुज
मैं ता ति था थी रा र
पराए तो पराए थे
पराए तो पराए थे कु
मैं धायल हूँ
मै देश बदलना चाहता
ए ही प्यार है
ए ही प्यार है चलते &
तरह के रंग
तरह तरह के रंग है उस
फेक आया हूँ
जब तू था तो मैं नहीं
ख़ामोशी
ऐ शहर अजनबी सा क्यो
गरीबी
पाप है तू स्राप है त
खामोश
खामोश तु खामोश जुव
सारा संसार को
स्थिति और परिस्थित
राज नैतिकता कहा गई
प्रजा तंत्र पराजित
अगर हमारे पास तुम होते
अगर हमारे पास तुम ह
न जाने बो कैसे थे
न जाने बो कैसे थे क
जी में आया
आज जी में आया की जी
रुपया
रुपया रुपया बना पै
साँस न टूटने देना
दीप थोड़ा तु जल थोड़
भ्रमण
चलो कही दूर चले चा
बस रहे मेरे
था मैं एक चित्र अधू
कौन है अपना
कौन है अपना कौन है
ऐसी फूलवाड़ी तू
हर रंग के फूल खिले
रखा हैं
तेरी तस्वीर आँखो म
अभिलाषा
अभिलाषा थी एक दिन त
मौसम
मौसम मौसम में सरग
दिल मे तुफान सा उठने लगा है
चित्र बदल रहा या फि
प्रेम ही अपना
प्रेम आदर है समान ह
अभीष्ट सिद्धि
अनुराग प्रेम भक्ति
रिस्ते
रिवाज़ बदलते गए रिस
क्यों डरु मैं काल से
बक्त हैं की रुकता ह
मोदी मोदी हर हर मोदी
मोदी मोदी हर हर मोद
घर ही पे
बहुत अच्छे वक्त गु
तू जो होती तो
तू जो होती तो क्या
उसे भूलना चाहता हु
उसे भुलाना चाहता ह
बातो ही बातो में
बाते हि बातों में
मैं और तू (देह )
मैं और तू (देह ) बैसे
माँ
माँ ईश्वर के सूरत स
बंचित
प्रेम; मुहब्बत; आशि
माँ जैसी कोई नहीं
माँ जैसी कोई नहीं
तस्कार
काश जालिम ने एक तस
दुष्टों पे बार
माँ धरती के पुत्र ह
हुनर
हुनर बुलंदियों स
मन भरता नहीं
बातों से मन भरता नह
कोई धोखा तो नही
तु जीद है मेरी की त
पागलपन
पागलपन मरने का अब
अँधेरा
सिंदूरी साम में गो
मन
तू मो को काहे ढूंढे
मैं आंधी हूँ
मेरा रफ़्तार देख ये
ये ऋ सुन तो
ये ऋ सुन तो दिल में
जज्बात छोड आया हूँ
तु खड़की पे नही फिर
रंग बदलती
इस रंग बदलती दुनिय
संगनी
दिशाओं को बताती जख
अग्नि कुंड में
बस तुम्हे जलना होग
कली बनके फूल
काली बनके फूल बाग
छोटी सी मुस्कान
तू हवा के झोका बन छ
मेरे खुदा से
सुना हैं मोहब्बत क
पिली साड़ी बाली
पिली साड़ी बाली नखर
औरत
ईश्वर के दिया हुआ
ग़ुम
अविश्वास ही अविश्व
प्रीत
रंग भी तू और नूर भी
रोने लगा है
कुछ तो बात है मोहब
स्नेह
मुझे मोहब्बत सी हो
उसी के लिए
शहर शहर हूँ मैं घूम
राजनीती बही है
कुछ नहीं बदला है गर
तू किताब होती तो
तू किताब होती तो प
अर्ध्नेशवर
मैं भी तो आप के जैसा
उपद्रव
उपद्रव करता इंसान
अधंगे प्रयाश से
बक्त आज हैरान हैं
भरम वाला निशाचर
भरम वाला निशाचर डर
खामोश जुवा तेरी
खामोश तु खामोश जुव
मैं बादल तू पानी सा
मैं बादल तू पानी सा
सियाशी गलियारों में
तमाशा ही तमाशा है
उल्झे है हम उल्झन मे
उल्झे है हम उल्झन म
मेरी जज्बातों को
अल्हड जवानी मदहोश
पापा
पापा स्वनमी ओश के ब
ये अटल हिन्दुस्तान रहेगा
कदम से कदम मिला के च
व्यापारी किसान हैं
रोटियां खिलाने वाल
न राजाओं सा ठाठ
मोदी मोदी हर हर मोद
पापा मेरे
कुछ रंग प्यार के यै
ख्वाब
ख्वाब जगती आखें क
मूलतत्व
काल रूपी सयम से बक
घडी के सुइयां
तुझसे मिलने के चाह
तेरी इश्क में खोया हूँ
तेरी इश्क में खोया
जिद हैं जिद से की जिद न हारने देंगे
जिद हैं जिद से की जि
सखा
मैं क्या कहु किस से
मैं सरकार हूँ
मैं चित्रकार हूँ क
बो प्यास अभी बाकी है
अभी इंतज़ार तेरा बा
पत्नी जी
पत्नी जी ने आज बडा ह
क्या जानते हो
तुम्हे खुद पर दस्त
मैं सैनिक हूँ
मैं सैनिक हूँ देश क
ये प्रेम रूपी
ये प्रेम रूपी स्वर
पिअबा हमर रंगरेज
पिअबा हमर रंगरेज प
प्रेम लीला
प्रेम ने प्रेम को
ॐ नमो शिवाये ३...
शम्भू शंकर कैलाश न
सोच
सोच बचपना जीने नह
शीशे का बदन
शीशे का बदन मुखड़ा
कठिन मार्ग
डर मत मज़धार से तू, त
वाकी है
बहुत वाकी है पाने क
समय के आतंक
चल रहा हुज्जत वक्त
भेडीये सियार
शासन आज जैचंद चलता
कमाल कर रही थी
वादियो ने छेड़ दिया
अभागा
प्रेम; मुहब्बत; आशि
थोड़ा तु भी जिद्दी है
ये दीप थोड़ा तु जल थ
और कुछ पल
बातों से मन भरता नह
मैं हम से
जब तक है दम में दम त