
-
Followers:
3 -
Following:
1 -
135Total Articles:
Recent Articles
भेडीये सियार
शासन आज जैचंद चलता
परछाई
वो मेरे साथ साथ होत
और कुछ पल
बातों से मन भरता नह
न मैं रोता
न तू होती न मैं होत
आना सिर्फ मेरे लिए
तू जब भी आना सिर्फ
हुनर
हुनर बुलंदियों स
कोई धोखा तो नही
तु जीद है मेरी की त
जी में आया
आज जी में आया की जी
रुपया
रुपया रुपया बना पै
मैं सैनिक हूँ
मैं सैनिक हूँ देश क
कालचक्र के चक्र में
ये बक्त नहीं है रुक
न जाने बो कैसे थे
न जाने बो कैसे थे क
पराए तो पराए थे
पराए तो पराए थे कु
अच्छा मैं दर्पण हूँ
जब भी मैं देखता हूँ
वाकी है
बहुत वाकी है पाने क
ये अटल हिन्दुस्तान रहेगा
कदम से कदम मिला के च
व्यापारी किसान हैं
रोटियां खिलाने वाल
सियाशी गलियारों में
तमाशा ही तमाशा है
प्रीत
रंग भी तू और नूर भी
बो हाथ बदला हैं
कौन कहता है की देश
अभागा
प्रेम; मुहब्बत; आशि
सखा
मैं क्या कहु किस से
भिगोने लगा हैं
तू अब साँस बनके सां
हाले दिल
तस्विर से मन अब भर
विचार
विचार रेत से दीवा
जज्बात छोड आया हूँ
तु खड़की पे नही फिर
बस रहे मेरे
था मैं एक चित्र अधू
रोने लगा है
कुछ तो बात है मोहब
मुझे चाहिये तू
मुझे चाहिये तू और
ऐसी फूलवाड़ी तू
हर रंग के फूल खिले
तरंग
तुम उस लहर के जैसी ह
प्रेम ही अपना
प्रेम आदर है समान ह
सदा महकाते रहना
मोहब्बत के चिंगारी
पिली साड़ी बाली
पिली साड़ी बाली नखर
पहली बार
पहली बार जब मिला म
कठिन मार्ग
डर मत मज़धार से तू, त
बो प्यास अभी बाकी है
अभी इंतज़ार तेरा बा
मन
तू मो को काहे ढूंढे
राजनीती बही है
कुछ नहीं बदला है गर
दिल मे तुफान सा उठने लगा है
चित्र बदल रहा या फि
ए ही प्यार है
ए ही प्यार है चलते &
मैं सरकार हूँ
मैं चित्रकार हूँ क
अभिलाषा
अभिलाषा थी एक दिन त
रंग बदलती
इस रंग बदलती दुनिय
क्या जानते हो
तुम्हे खुद पर दस्त
मेरे खुदा से
सुना हैं मोहब्बत क
इतिहास गवाह
पत्थर को भगबान हो म
ॐ नमो शिवाये ३...
शम्भू शंकर कैलाश न
थोड़ा तु भी जिद्दी है
ये दीप थोड़ा तु जल थ
बंचित
प्रेम; मुहब्बत; आशि
उपद्रव
उपद्रव करता इंसान
उल्झे है हम उल्झन मे
उल्झे है हम उल्झन म
ऐ री सुन तो
तू मेरी हैं पर मेर
मैं बादल तू पानी सा
मैं बादल तू पानी सा
पथ
पथ पथ है पुकारता श
रखा हैं
तेरी तस्वीर आँखो म
भ्रमण
चलो कही दूर चले चा
जिद हैं जिद से की जिद न हारने देंगे
जिद हैं जिद से की जि
कमाल कर रही थी
वादियो ने छेड़ दिया
कन्फुज
मैं ता ति था थी रा र
साँस न टूटने देना
दीप थोड़ा तु जल थोड़
तू जो होती तो
तू जो होती तो क्या
ग़ुम
अविश्वास ही अविश्व
गरीबी
पाप है तू स्राप है त
तू किताब होती तो
तू किताब होती तो प
बातो ही बातो में
बाते हि बातों में
संगनी
दिशाओं को बताती जख
पापा
पापा स्वनमी ओश के ब
आखेरी पडाव
रुप बदल जायेंगे रं
मांगता हैं तो आजमा ले
कहि तू मुझ से नाराज
घर ही पे
बहुत अच्छे वक्त गु
उसे भूलना चाहता हु
उसे भुलाना चाहता ह
कल्पना
कल्पना कल्पना नि
युद्ध सा चल रहा
युद्ध सा चल रहा हैं
शुभ प्रभात अलवेला
निले निले आश्मान प
ऊचरूनं
ऊचरूनं छुछरून बन्
उलूल जुलूल
खुजली वाले भैया खू
मेरा खुदा से
सुना हैं मोहब्बत क
रिस्ते
रिवाज़ बदलते गए रिस
तु रोज रोज आया कर
मैं तब भी तेरा ही आश
ये प्रेम रूपी
ये प्रेम रूपी स्वर
माँ जैसी कोई नहीं
माँ जैसी कोई नहीं
अभीष्ट सिद्धि
अनुराग प्रेम भक्ति
तरह के रंग
तरह तरह के रंग है उस
तु ही तो है
तु ही तो है दिशाओं
घडी के सुइयां
तुझसे मिलने के चाह
तु
दिल से दिल की दुआ कु
खामोश जुवा तेरी
खामोश तु खामोश जुव
इश्क़बाज़
इश्क़बाज़ सुना हैं
प्रेम लीला
प्रेम ने प्रेम को
स्नेह
मुझे मोहब्बत सी हो
सारा संसार को
स्थिति और परिस्थित
तकदीर
पराए तो पराए थे कु
समय के आतंक
चल रहा हुज्जत वक्त
मैं धायल हूँ
मै देश बदलना चाहता
मैं और तू (देह )
मैं और तू (देह ) बैसे
उम्मीद
उम्मीद के बादवां न
मूलतत्व
काल रूपी सयम से बक
आईना
आईना सच बोलती है क
दुष्टों पे बार
माँ धरती के पुत्र ह
तस्कार
काश जालिम ने एक तस
खामोश
खामोश तु खामोश जुव
अर्ध्नेशवर
मैं भी तो आप के जैसा
ढलते देखा है
इस रंग बदलती दुनिय
पागलपन
पागलपन मरने का अब
ख़ामोशी
ऐ शहर अजनबी सा क्यो
सोच
सोच बचपना जीने नह
हमदम
असांभव् को संभव कर
भरम वाला निशाचर
भरम वाला निशाचर डर
इश्क़
इश्क़ भी क्या अजीब ह
माँ
माँ ईश्वर के सूरत स
कली बनके फूल
काली बनके फूल बाग
कृष्ण अर्जुन
देश द्रोपदी सी ड़र
पत्नी जी
पत्नी जी ने आज बडा ह
मन भरता नहीं
बातों से मन भरता नह
मैं हम से
जब तक है दम में दम त
मैं किसान हूँ
मैं किसान हूँ मैं
ज़िद्द
ज़िद्द कुछ तो ज़िद्द
बचपन के दिन
बचपन के दिन जब हम
माया
माया माया की इस नग
ख्वाब
ख्वाब जगती आखें क
अगर हमारे पास तुम होते
अगर हमारे पास तुम ह
तू है तो
तू है तो तू है तो द
ख्वाबो में आती है
ख्वाबो में आती है
मौसम
मौसम मौसम में सरग
कौन है अपना
कौन है अपना कौन है
जीवन मुल्य
जीवनमुल्य प्रेम क
चलन
चलन साल बदला सदी बद
एहसास
सपने के तरह तू अब टू
पापा मेरे
कुछ रंग प्यार के यै
नारी
नारी हर रंग में रू
औरत
ईश्वर के दिया हुआ
सफर
कोई तो नाम दो इस चुप
तेरी इश्क में खोया हूँ
तेरी इश्क में खोया
टनकार
काल है डरा रहा मौत