Manisha 30 Mar 2023 शायरी दुःखद दिल की बात, मन की बात, 8510 0 Hindi :: हिंदी
मन था अकेले किसी की याद में, दिल था किसी के गम में, कैसे कन्नहुन की दिलचाह रहा त किसी की ख्वाइश पाए को, आके मेरे दिल को संभालो कन्हैया देर ना हो जाए संभालो ये दिल
Mujhe kavitayein likhna bahut acha lagta hai or padhna bhi bahut acha lagta hai...