मोती लाल साहु 30 Mar 2023 शायरी समाजिक मैं पथिक हूं दीदार ए-नूर का, तेरे दर का दीवाना। 8959 0 Hindi :: हिंदी
मैं हूं तेरे दर का दीवाना! मैं पथिक- जीवन में गाफिल हुआ, मुक़ाम तक आते-आते मैं हूं तेरे दर का दीवाना! दीदार ए-नूर- का जलवा दिखा दे, प्यासी रूह को तृप्त कर दें मैं हूं तेरे दर का दीवाना! - मोती