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कभी ना भूलना,परिवार,गुरु को

Danendra 30 Mar 2023 शायरी समाजिक 26172 1 5 Hindi :: हिंदी

चाह कर भी ना, छोड़ सकु मै,
 उस प्यार को
जिसने मुझे जन्म से, आज तक 
सुख दुख में ,रोते
 रोते हसना सिखाया है।
उस परिवार  माता पिता,गुरुजन का बस
आशीर्वाद चाहता हूं।
जिसने मुझे मंजिल तक पहुंचाया है।

Comments & Reviews

Danendra
Danendra Jay ho,..

1 year ago

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