Kalindri pal 30 Mar 2023 शायरी समाजिक 6250 0 Hindi :: हिंदी
जालिमो की दुनिया में, इंसान भी जालिम हुए। इस दुनिया में घमंडी शराबी, इंसान भी जालिम हुए। यह दुनिया कितनी जालिम है, यहाँ राज छुपाना पडता है । दिल में चाहे जितने गम हों, फिर भी मुस्कुराना पडता है । 😪😥
I am kalindri pal *betul*. I am from village and post nighuwamau block Machhrehata district Sitapur...