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☝ बुन्द सम् ज्ञान 👇

Amit Kumar prasad 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक This poem is one of the best melting creation with Rain's water drop with features of knowledge. And this is most asking question of General knowledge for General Intelligence that.. Which water is the highest pure in the Earth? Than the perfect answer is it that.. Rain water is that.. who is invented by World Scientist.. ✍️ 89665 0 Hindi :: हिंदी

बहत्ती है धार रत्नारों सी, 
और ज्ञान मग्न समलिन बहें! 
ज्यों बुन्दें वर्षां का शीत्तल, 
हो धरा सवच्छ प्रशुन्न करें!! 
                     त्यों बना गगन विद्या विवेक, 
                     प्रदान ज्ञान जल बुन्द बना! 
                    समुन्द्र समकक्ष है यह जगत्ती, 
                    हो फ़ना ज्ञान है पुज्य बना!! 
ज्यों जल कि बुन्द हर धरणो में, 
गीर कर त्म्लिन सम् साज़ धरे! 
त्यों ज्ञान मानव मन में खिलके,
इस वशुधा का अदृढ़ विकाश करे!! 
                     हम बैठ शुद्धा जल कि बुन्द त्तले, 
                     क्या ढ़ुढ़ रहें हा दृष्टी थी! 
                    जब देखा बुन्द कि झमर - झमर, 
                    त्तो दिखी ज्ञान कि सृष्टी थी!! 
वृष्टी त्तो हाराई नी चोली एमुन, 
ज़ेमनी ए ज्ञान कोल्याण धोरे! 
होईया समुद्रो ज़लें बुन्दों टी फ़ोना, 
एक नुत्तोन कोल्यानेर संचार कोरे!! 
                       और चली ज्ञान सम बुन्द बनी, 
                       दे बुन्द - बुन्द करत्ती सागर! 
                       और काव्य कथा का संक्षिप्त रूप, 
                       ज्यों भरा हो गागर में सागर!! 
हम ज्ञान कि बुन्दें भरे सागर सा, 
मन कि प्रशिष्ट शुद्ध गगरी में!
और ज्ञान से उज्वल हो वशुधा, 
और अमर ज्ञान मानुज कि नगरी में!! 
                    है जल बुन्द सा नि: च्छल नि: स्वार्थ ज्ञान, 
                    ज़ो मानवत्ता का उज्वल आकार करे! 
                    बहत्ती है धार रत्नारों सी, 
                   और ज्ञान मग्न समलिन बहें!! 
बह हर त्तल कि हर छोर ज्ञान, 
यह अवत्तल को भी समत्तल कर दे! 
ज्यों बुन्दें वर्षां का शीत्तल, 
हो धरा सवच्छ प्रशुन्न करें!! 

Poet    :  Amit Kumar Prasad..✍️

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