Poonam Mishra 30 Mar 2023 गीत समाजिक कोई गीत लिखने दो प्रिय 91470 0 Hindi :: हिंदी
आज फिर मुझे कोई गीत लिखने दो कुछ सपने बुनने दो कुछ कहने दो कुछ सुनने दो इसे सीमाओं में ना बांधो आज फिर मुझे कोई गीत लिखने दो जिसमें ना कोई शब्द सीमा हो न छंद ना अलंकार की चर्चा हो बस शब्दों के द्वारा भावनाओं को व्यक्त करने दो आज फिर मुझे कोई गीत लिखने दो न बांधो मुझे त्रुटि अत्रुटि के बंधन में ना मुझे सही गलत का भान होने दो बस मुझे आज कोई गीत लिखने दो स्वरचित लेखिका पूनम मिश्रा