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एक राह पर

Anjani pandey (sahab) 30 Mar 2023 शायरी अन्य चलते जाओ चलते जाओ अभी कहा विश्राम है 17242 0 Hindi :: हिंदी

तू चला तो रास्ते भी चल पड़े।  
               टूट गया था जो पिछली रात को हौसला
 
देख के तुझको वो भी निकल पड़ा 
                  अपना कल बनाने में 
न जाने कितने दिन  
                      कितनी रात लगेगी 
जिस दिन आएगा लिस्ट में तुम्हारा नाम 
                              मां खुशी से पागल 
बाप की नई आस जागेगी ।।

              अंजनी पांडेय (साहब)

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