Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

दर्दे जुदाई का - लोग बरसों जुदा हो के जीते हैं

संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 शायरी प्यार-महोब्बत मेरी शायरी आप सभी के दिल को छू जायेगा। 50699 0 Hindi :: हिंदी

लोग बरसों जुदा हो के जीते हैं,
दर्दे अश्क जुदाई का पीते हैं।
सम्मोहन की शक्ति के बल पर,
एक_दूजे से दूर रहकर भी हस्ते हैं।
एक वादा _और यादों के सहारे,
एक_दूजे से मिलने को तरसते हैं।
करवटें बदलते रात कटती हैं,
तेरी मादक अदाओं के यादों के सहारे,
जुदाई का ये सफर बित ही जाते हैं।
फिर तो तूं मेरे सामने और मैं तेरे सामने,
सफर जिन्दगानी का तो तय हो जाते ही हैं।

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

मेरे नजर के सामने तुम्हारे जैसे बहुत है यहीं एक तू ही हो , मोहब्बत करने के लिए यह जरूरी तो नहीं read more >>
मीठी-मीठी यादों को दिल मैं बसा लेना जब आऐ हमारी याद रोना मत हँस कर हमें अपने सपनों मैं बुला लेना read more >>
Join Us: