Ratan kirtaniya 30 Mar 2023 शायरी प्यार-महोब्बत जिन्दगी इक दास्ताँ बन के रहा गया है । 17716 0 Hindi :: हिंदी
किसे सुनाऊँ दास्ताँ ग़म की ---2 आज भी रुला जाती है , रवानी शाम की --- कहकशाँ सी धुंधली सूरत ---2 जहाँ में तुम आफ़ताब ईद का , बेताब है दिन , बेचैन रात ---2 हे हमनशीं तेरी दीद का ,