नवीनतम रचनाएँ
सब्जीवाली
Ranjana sharma
गर्मी के मौसम की चिलचिलाती धूप में एक सब्जी बेचने वाली औरत गली- गली घूम अपने सर पे एक बड़ी - सी टोकरी रख आवाज देते हुए
65207
वीर जवान
Amit kumar
वीर जवान
💐💐💐💐💐💐💐💐
है वीर गाथा है जिनकी,
जो माँ भारती के लाल है।
है अमर कहानी है उनकी,
बना आज मिसाल है ।।
65208
गांव का प्यार
Amit kumar
गांव का प्यार
***********************
💐💐💐💐💐💐💐💐
प्यार मोहब्बत की बाते,
हसी-खुशियों की सौगात है।
अमन, शांति और खेलकूद में,
बित
65205
हर घर तिरंगा
रोhit Singh
देखेगा इस बार यह जग सारा
कुछ ऐसा क्षण हो जाएगा
तीन रंगों का यह ध्वज हमारा
जब हर छत घर घर लहराएगा
ऊंची शान जिसकी य
65214
झूठा राष्ट्रवाद
Amit kumar
झूठा राष्ट्रवाद
***************************💐💐💐💐💐💐💐💐***************************
देश की जनता परेशान है,
छाया है घर -घर मे गम|
देश मे एक अभियान चला,
65205
बहुजन
Amit kumar
बहुजन
************************
💐💐💐💐💐💐💐💐
***************************
डर -डर कर तुम मत जिओ
तुम ही तो बलवान हो,
तुम्हारे पूर्वज बलशाली है|
ऐसे
65212
जिंदगी एक लड़ाई है
FAIJAN AHMAD
जिंदगी क्या है? इसे समझने का थोड़ा प्रयास करते है. इंसान सिर्फ जीवन के एक पहलू को देखता है और महत्व देता है. इंसान सुख
64914