MAHESH 30 Mar 2023 कविताएँ राजनितिक राजनीतिक व्यंग 8450 0 Hindi :: हिंदी
स्वरचित रचना- यह देश सुधरने वाला है? संदर्भ--- राजनीतिक व्यय यह देश सुधरने वाला है?-2 जहां नीचे से लै ऊपर तक, सब घूस पै चलने वाला है। यह देश सुधरने वाला है,?-2 जहां रक्षक भक्षक बन बैठा, प्राण को हरने वाला है जहां गरीबों का राशन, शैतान हड़पने वाला है। जहां पै मुंह में राम बगल में, छूरी रखने वाला है यह देश सुधरने वाला है?-2 जहां छुआछूत और भेदभाव को, प्रश्रय देने वाला है। जहां भाई -भाई को आपस में लड़वा देने वाला है। जहां दुधमुंही बच्ची से हैवानियत करने वाला है। यह देश सुधरने वाला है?-2 जहां धर्म, व्यापार बना के, ज्ञान पेलने वाला है। जहां श्रद्धा-विश्वास जगा के, बैठा ठगने वाला है। जहां सरस्वती के मंच पे कौआ, कविता करने वाला है। यह देश सुधरने वाला है?-2 जहां मीठा-मीठा गप्प, और कड़वा थू करने वाला है। जहां सीधा- साधा धत् और भड़वा तू करने वाला है। जहां खुद तो नंगा है, दूजे को ऊंगली करने वाला है। यह देश सुधरने वाला है?-2 जहां सनातन धर्म संस्कृति को लांछित करने वाला है। जहां पूजनीय गौमाता को अपमानित करने वाला है। जहां दूजे बाप को बाप, अपने को आप न कहने वाला है। यह देश सुधरने वाला है?-2 जहां घर का भेदी लंका ढाए, धोखा करने वाला है। जहां कफन वतन का बेच के खाए, तौबा करने वाला है। जहां, पे लाशों का भी सौदा, सौदा करने वाला है। यह देश सुधरने वाला है?-2 ~✍️ महेश