Raj Ashok 25 May 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मिलन देखिए 7436 1 5 Hindi :: हिंदी
मिलन देखिए ,तकदीर का अनजाने मे ही सही, निगाहों ,से ही हाल पुंछ के, कह दीजिए अब और नहीं । जो ताबीज हिफाजत करता था । मेरी कभी ,तोड़ दीजिए ये कच्चा घागा भी ना बाघिए , बेनाम रास्तों की जंजीर से आजादी का मूल्य तब ओर बढ जाता है। जब दिल आसमान कि उड़ान बिना किसी साथी के चाहता है। आप अपनी कामयाबी का जश्नन मना लीजिए