संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम मेरी यह कविता पाठकों को अवश्य ही मन मोहने में कामयाब होगी। 15045 0 Hindi :: हिंदी
भारत के लिये तू हुआ बलिदान भगत सिंह । था तुझको मुल्को-कौम का अभिमान भगत सिंह ।। वह दर्द तेरे दिल में वतन का समा गया । जिसके लिये तू हो गया कुर्बान भगत सिंह ।। वह कौल तेरा और दिली आरजू तेरी । है हिन्द के हर कूचे में एलान भगत सिंह ।| फांसी पै चढ़के तूने जहां को दिखा दिया । हम क्यों न बने तेरे कदरदान भगत सिंह ।। प्यारा न हो क्यों मादरे-भारत के दुलारे । था जानो-जिगर और मेरी शान भगत सिंह ।। हरएक ने देखा तुझे हैरत की नजर से । हर दिल में तेरा हो गया स्थान भगत सिंह ।। भूलेगा कयामत में भी हरगिज न ए "संदीप सिंह" । माता को दिया सौंप दिलोजान भगत सिंह ।।
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....