Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ राजनितिक ऊचरूनं 20900 0 Hindi :: हिंदी
ऊचरूनं छुछरून बन्दर के जइसन कुद फान मचाबत हो पाच बरिश में एक बार मुह आपन दिखाबत हो लाठा कुडी खम्भा नियान खूब बात बघारत हो लोमर थूथुन लेके के कुछ बादा कर के जावत हो आबे ला जब चुनाब माथा पर तो कपार चाट के जावत हो