Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य तु 86176 0 Hindi :: हिंदी
दिल से दिल की दुआ कुबूल हो जाये तु भी मेरे जैसा अपने इश्क से दूर हो जाये प्यार को तु भी तरसे तडपे पहर दो पहर बस इतनी सी बात खुदा को मंजुर हो जाये काश मेरी बदूआ लग जाये तुम्हे तु भी आशिको मे मशहुर हो जाये कुछ एैसा हो जये की तु तु ना रहे बस मैं तु बन जाऊ और तु मैं बन जाये