Lalit Kumar Yadav 30 Mar 2023 कविताएँ बाल-साहित्य शिक्षक दिवस कविता 40908 0 Hindi :: हिंदी
जिसके संग मैं हसना सीखा। जिसके संग मै रोना सीखा। जिसके संग मै चलना सीखा। जिसके आंचल तले रहना सीखा। जिसकी उंगली पकड़कर मै लिखना सीखा। जो मेरे संग स्कूल छोड़ने जाया करती थी। कभी डांटा कभी प्यार किया करती थी। जिसके संस्कारों में मै बड़ा हुआ। वो मां मेरी पहली शिक्षिका थी।। ........... ललित