Anjani pandey (sahab) 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य साहस और टूटा विद्यार्थी 18753 0 Hindi :: हिंदी
"साहसी विद्यार्थी" अंधेरे से कमरे में एक मैं और एक मेरा सपना वो जलती मोमबत्ती वही पढ़ाई का टेबल और कोई नही है अपना हर एक कोशिश मेरी हर बार फेल हो जाना जीवन निराशाओं भरा अब किस ओर है जाना ..... बढ़ता चल तू एक राह पर कही न कही तो जायेगा या पा जाएगा मंजिल या अनुभव अच्छा पाएगा.... कुछ पाकर,कुछ खोकर आगे बढ़ते जाना है परिश्रम की स्याही से मेहनत की दहाड़ से कुछ करके दिखलाना है , कुछ करके दिखलाना है....... अंजनी पांडेय (साहब)