Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत प्यार मोहब्बत इश्क 20853 0 Hindi :: हिंदी
//... प्रेम समीक्षा... // पूर्ण हुआ है जब से मेरा , जीवन का पहला चरण बीत गया है बचपन , आ गया है यौवन...! प्रस्फुटित हुई प्रेम की , एक अनछुई सी किरण खिल उठा मेरा मन , खिले मधुबन में सुमन...! कोमल-सुकोमल गुलाब सा महकती , मधुमति , मदमाती प्रेम की कलियों का , लिए सुखद अहसास...! रग - रग में झरती , बूंद बनकर चांदनी निर्झर झरनों से , अनबुझी , बुझी मेरे मन की प्यास...! अनंत आकाश की, नीली हुई काया प्रेम के पावन स्पर्श से , नित खेल खिला रही माया...! मन दूर कहीं , किसी की यादों में , तन्हा - तन्हा कुछ इस तरह खोया है...! प्रेम की समीक्षा में , इस पन्ने पर , वह अपनी मचलती , भावनाओं को पिरोया है...! प्रेम की जलती , दीप - शिखा से मेरे जीवन में , फैला अनंत प्रकाश...! दूर हुआ मेरा , अंधकार मन का होने लगा मुझे अब , जीने का अहसास...! चिन्ता नेताम " मन " डोंगरगांव (छत्तीसगढ़)