Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत प्यार मोहब्बत इश्क 12369 0 Hindi :: हिंदी
//... पहला प्रेम-पत्र ...// ---- ----- ---- ---- ---- इस पन्ने पर , समेटता हुआ , कुछ शब्दों में , अपनी भावनाओं को , लिख रहा हूं तुमको...! सामने आकर , नहीं कह सकता , कहना चाह कर भी तुमसे , डर लगता है मुझको...! समर्पित हूं तुम्हारे लिए , पर विरक्त हूं , तुम बिन / तुम्हारे लिए और स्वयं अपने लिए...! कर लिया है आत्मसात , मैंने तुम्हें इतना कि , क्यों / किसलिए...खुद से आत्मघात करने लगा हूं...? असीम , अदृश्य दर्द लेकर , कल्पनाओं के अथाह सागरों में... उतर कर तैरना चाहता हूं , तुम्हारी स्मृतियों की लहरों में...! तुम अनंत आकाश को , अपनी आगोश में लेकर लेना चाहता हूं तुम्हारे , चांद से चेहरे का चुंबन... मगर रुक जाता हूं देखकर तुम्हारा सूनापन...! शायद / इसलिए मेरा यह मन , नहीं कर पा रहा था व्यक्त अपनी भावनाओं को , तुमसे / तुम्हारे प्रति और स्वयं अपने प्रति इन्हीं कुछ शब्दों में , कर दिया है मैंने अपने प्रेम की अभिव्यक्ति ... तुमसे / तुम्हारे प्रति और स्वयं अपने प्रति...! मेरे पत्र का जवाब , तुम देना चाहो ना चाहो मगर एक बार सोच लेना , दुनिया में मेरा कोई नहीं , तुम ही मेरा सब कुछ हो...! हर घड़ी , हर पल रहूंगा तुम्हारे सामने... इस पत्र के सवाल के जवाब के इंतजार में...! चिन्ता नेताम " मन " डोंगरगांव (छत्तीसगढ़)