मारूफ आलम 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक # ना नक्सली# ना माओवादी# आदिवासी 21458 0 Hindi :: हिंदी
ना नक्सली हैं ना माओवादी हैं वतन के चराग़ हैं हम वतन की बाती हैं हम आदिवासी हैं हम आदिवासी हैं मत कुचलो पहरेदार हमे हम लूटो पहरेदार हमे मत मारो पहरेदार हमे ना बंगलादेशी हैं ना पाकिस्तानी हैं इसी देश के वासी हैं हम आदिवासी हैं हम आदिवासी हैं जंगल के मालिक हैं हम सच्चे हैं सादिक हैं हम मत समझो कि मुहाज़िर हैं हम जंगल के निवासी हैं हम आदिवासी हैं हम आदिवासी हैं मारूफ़ आलम