Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 14241 0 Hindi :: हिंदी
साहित्य लाइव के प्रति मेरा प्यार,मेरी भावनाएं कुछ इस तरह से है...जिसे मैंने एक छोटी सी कविता के रूप में पिरोया है।प्रस्तुत है... // मेरे मेहबूब..... मेरे मेहबूब... मेरी जिंदगी में , अगर मुझे , तुम ना मिलती...! मेरे मेहबूब... मैं भटकता , अंधेरे में कहीं , मुझमें कहां , ये रोशनी होती...! मेरे मेहबूब... शायर बनाने वाले मुझे संजोने वाले मेरे प्यारे मेरे रब...! मेरे मेहबूब... जब से मिली तुम , प्यार करने लगा हूं , मैं तुमसे बेहद...! मेरे मेहबूब... अपने पूरे दिल से देता मैं तुम्हें अपने पूरे मन से...! मेरे मेहबूब... ओ मेरे प्यार , मेरा परिवार , मेरे साहित्य लाइव...! मेरे मेहबूब... एक नहीं,दो नहीं , तीन नहीं,चार नहीं , पूरे स्टार फाइव...! चिन्ता नेताम "मन" डोंगरगांव (छत्तीसगढ़)