Kalindri pal 30 Mar 2023 कविताएँ बाल-साहित्य 27168 0 Hindi :: हिंदी
मइया मुझको जरा बतादो; मुझको तुम इतना सिखलादो। माँ-बापू को कितना माने, कितना करूं बडो का मान। भाई-बहन जो होते मेरे, कैसे दूं उनको सम्मान। खुश रखूं कैसे हम उनको, कैसे रखें सभी का ध्यान। ऊंच- नीच दुनियाधारी को, कैसे मानूं एक समान। अनजाने जो होते मेरे, कैसे करूं उनकी पहचान। जो न करे फंडों का मान, कैसे दूं मैं उनको ग्यान । इन बातों से हूँ अनजान, मइया मुझे बना दे महान।
I am kalindri pal *betul*. I am from village and post nighuwamau block Machhrehata district Sitapur...