संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक लोगों के लिए प्रेरणा से भरपूर मेरी कविता जिसका शीर्षक ऊपर दिया हुआ है। 18061 0 Hindi :: हिंदी
जन्म भूमि तुझे बारंबार प्रणाम, जन्म भूमि स्वर्ग से भी बढ़कर होती है। जन्म भूमि जीवन में खुशियां, देती हैं अपार। जन्म भूमि के उपकार अनन्त, जन्म भूमि के प्यार अदभुत। जन्म भूमि से बढ़कर, और कोई जहां नहीं। जन्म भूमी जीवन में जहां के, प्रवेश द्वार हैं। जन्म भूमि तेरे उपकार अनंत, जो की सातों जन्मों में भी, कोई चुकता नहीं कर सकता। जन्म भूमि के कण_कण में, मेरे बचपन की यादें सहेजी हैं। जन्म भूमि भुलाए से भी, कोई भुला नहीं पाता।
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....