Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

मेरी चाहत की लाज तो रख लो

DIGVIJAY NATH DUBEY 24 May 2023 गीत प्यार-महोब्बत #दिग्दर्शन 10039 1 5 Hindi :: हिंदी

रोम रोम अपने तन का 
तेरे हवाले सौप रहा हूं 
कण कण अपने जिस्म का टुकड़ा 
तेरे कदमों में सौप रहा हु
जो भी मेरे नाम के आशियाने हैं इस जमीं पर 
तेरे नाम ही करके अब सारी इच्छाएं छोड़ रहा हूं 
तेरी इच्छा पूर्ण हुई 
पर मेरी है अब तक अधूरी 
तू मुझको न मिल सका 
कितनी लंबी थी ये दूरी 
छोड़ जाता हूं सब तुझको
मेरे नाम का कुछ तो रख लो 
तू मुझको न चाहा पर 
मेरी चाहत की लाज तो रख लो ।।
अभी तो मैं चलता हूं
इस नाजुक जमाने की दहलीज से
अगले जन्म का इंतजार कर 
जब आएगा समय ये फिर से 
तब तू तड़पेगा मेरी छोटी सी झलक के खातिर 
पर मुझको भी याद रहेंगी पुनर्जन्म की बातें शातिर l

दिग्दर्शन !

Comments & Reviews

DIGVIJAY NATH DUBEY
DIGVIJAY NATH DUBEY अति सुंदर

11 months ago

LikeReply

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

ये खुदा बता तूने क्या सितम कर दिया मेरे दिल को तूने किसी के बस मैं कर दिया वो रहा तो नहीं एक पल भी आकर टुकडें- टुकड़ें कर दिये ना विश्वा read more >>
Join Us: