Ujjwal Kumar 06 Dec 2023 कविताएँ अन्य मुस्कुराना सीख गए। 9595 2 5 Hindi :: हिंदी
भावनाओं को खुद में दफनाना सीख गए कमियों को अपनी अपनाना सीख गए किस्मत में लिखा जो मिलेगा वही हर बात में किस्मत आजमाना सीख गए रूठने लगे अपने तो उनको मनाना सीख गए दर्द हुआ तो खुद को समझाना सीख गए लोग किए वादे याद रखते हैं दोस्त अब इस बात को झुठलाना सीख गए यादों से खुद को हंसाना सीख गए गमों को अपने छिपाना सीख गए आंसू देने वाला कोई अपना ही होता है यही सोचकर तो मुस्कुराना सीख गए। ✍️ उज्ज्वल कुमार