Atul kumar Gupta 05 Apr 2024 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत 2103 0 Hindi :: हिंदी
मेरी संगिनी.. तुम अपनी आँखों में, मेरे सपने सजा लेना.. मैं तेरे ख़्वाबों में, अपनी दुनिया बसा लूंगा.. तुम जिन्दगी की सफर में, मेरा साथ निभा लेना.. मैं मंडप के सातों, वचन निभा जाऊँगा.. तुम मेरे आँगन की, तुलसी सजा देना.. मैं तुम्हारे जीवन में, रंगे भर जाऊँगा.. तुम मेरी प्रगति में, अपना पाँव रख देना.. मैं तुम्हे अपनी लक्ष्मी बना लूंगा.. तुम मेरे आने वाले कल का आधार रख देना.. मैं तुम्हे अपने जीवन का, श्रृंगार कर लूंगा... तुम मेरी जीवन की सच्चाई बन जाना.. मैं तुम्हारी परछाई बन जाऊँगा... तुम मेरे पुण्य की भागीदार बन जाना.. मैं तुम्हारी कर्मो का कर्जदार हों जाऊँगा.. तुम जीवन को मेरी अपनी पग से पवित्र कर जाना मैं अंतिम आहुति हों जाऊँगा..