Tulasi Seth 30 Mar 2023 कविताएँ राजनितिक राजनिति कविता 9097 0 Hindi :: हिंदी
यूं गली मोहल्लों में जो घुम रहे हो पांव पकड़ कर मुस्कुराते हुए बोल रहे हो 'मुझे जिता दो में तुम्हारा ख्याल रखूंगा ' और इसी कारण ही लाखों रुपए उडा रहे हो। थोड़ा अगर उस किसान को भी देते तो करोड़ों जनता दुआएं देती किसान की खेती में जान आ जाती फसलें फिर से खिल खिला उठती। कुछ और उस रास्ते को भी देते जिस पे होके तुम यहां तक पहुंचे तो सायद कोई बीमार न मरता किसी वच्चे का स्कुल न छुटता।