Poonam Mishra 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक एक छोटी सी बच्ची की कहानी 17815 1 1 Hindi :: हिंदी
एक छोटी सी गुड़िया थी मैं न जाने कब बड़ी हो गई हवा ऐसी चली है वक्त की कि आप की छांव से मैं दूर हो गई गुड़िया से खेलते खेलते न जाने कब में बड़ी हो गई आज भी मुझे सब कुछ वैसा ही लगता है मैं ही मैं हूं हर जगह मां को क्यों ऐसा लगता है