तेरी गलियों में आने से क्या मिला | तुझे अपना बनाने से क्या मिला| जब दुनिया को पता है मेरा किस्सा | तुझे दास्तां सुनाने से क्या मिला| तेरे दिल में जगह थी ना मेरे लिए| तुझे प्यार जताने से क्या मिला | जब तूने बनाई इश्क ए शामियां| आशियां दिल जलाने से क्या मिला| पूजा तेरी नजरों का मिलना गवारा ना था| तेरे आंसू बहाने से क्या मिला| स्वरचित लेखिका -पूजा सिंह "पूजा"