Ujjwal Kumar 15 Aug 2023 कविताएँ देश-प्रेम 15August special जिस देश की है वह जात नहीं। 9062 0 Hindi :: हिंदी
जिस देश की है वह जात नहीं। अरदास वही है नमाज वही। जहां धर्म कई पर भेद नहीं। जहां रंग कई पर एक सभी । जहां रूप कई पर पर खून वही। भगवान कई विश्वास वही। जहां सूरज की किरणे हैं वहीं। जहां रातों के तारे हैं वही। जहां मां भगवान से ऊपर है। पापा का साया अंबर है। जहां गुरुवर पूजे जाते है। सब उनके शीश नवाते है। वो भारत देश हमारा है। सारे देशों से प्यारा है। ये सब भी जिनकी वजह से है। वो शहीद महान हमारे है। उनकी ही याद में आज के दिन। हम उनको शीश नवाते है। ये तिरंगा हम फहराते है। आजादी दिवस मनाते है। जय हिन्द जय भारत युवा रचनाकार उज्ज्वल कुमार