Anany shukla 30 Mar 2023 कविताएँ बाल-साहित्य जो हमने सहा था 99419 0 Hindi :: हिंदी
एक समय था जो मैंने तुमसे कहा था बदल लेंगे वो सारी चीजें जो हमने सहा था एक समय था जो मैंने तुमसे कहा था शाम आज की भले ही बेजुबान हो बीतेगी यह रातें कैसे भले न ज्ञान हो ना बैठेंगे हम चुप इस इंतजार में ढूंढ लेंगे हम अपनी मंजिल इस बयार में संग रह कर मुसीबतों के बीच में भी लेकर अरमानों को आज मैं खड़ा था एक समय था जो मैंने तुमसे कहा था हालांकि यह सब नहीं है आसान इतना जितना हम चाहे मिले हमें उतना फिर भी जुटा कर अपने हौसलों को अभी पा लेंगे हम अपनी मंजिल कभी ना कभी लेकर साथ तेरे इंतजार का आज मैं खड़ा था एक समय था जो मैंने तुमसे कहा था, बदल देंगे वो सारी चीजें जो हमने सहा था