Ajeet 30 Mar 2023 कविताएँ दुःखद एक रोटी 27171 0 Hindi :: हिंदी
दो आते बच्चे सुबह मोहिनी मुस्कान किरणों में वह कहते और गाते देना माई एक रोटी / फटे कपड़ो वाले नंगे बदन वाले दो नन्हें बच्चे, वह कहते और गाते देना माई एक रोटी / लेके लठिया एक आते दो बच्चे नेक घर के आँगन घूमे गाँव की गलियाँ घूमे, वह कहते और गाते देना माई एक रोटी / ना पीड़ा देखी गई ना पीड़ा सही गई मन मोहक वाले तन बदन के निराले नंगे पेर वाले दो नन्हें बच्चे वह कहते और गाते देना माई एक रोटी /