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दौर

Abhijit Kumar Singh 30 Mar 2023 कविताएँ दुःखद #hindipoems #hindisadpoetry #sadpoetry #poetryinhindi #hindikavita #sadkavita #poems #poetry #hindisadpoetryandpoems #hindi #indianhindipoetry 28496 0 Hindi :: हिंदी

गुज़रते हरेक ज़माने से गुजरा हूँ मैं 
कभी हौसलों में ज़ोर था 

यादें आती हैं मीठी मीठी सी 
वो वक़्त नहीं बिखरता दौर था

नफ़रतों में पलते अज़ीज़ों को खोया हैं मैंने  
ज़िंदगी के फ़सानों में सरकता छोर था 

फासले तो थे उन दिखती मंज़िलों के 
ख़्वाबों में सिलवटों का गूँजता शोर था 

गुज़रते हरेक ज़माने से गुजरा हूँ मैं 
कभी हौसलों में ज़ोर था 

लेख़क - अभिजीत कुमार सिंह

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