Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत प्यार मोहब्बत इश्क 45403 0 Hindi :: हिंदी
//...अगर...// अगर मैं तेरा , तुम मेरी होती...! तेरी हर अदा , मुझे वफा लगता. मेरी हर वफा , तुझे अदा लगती. तेरी हर अदा पर , मैं आह करता. मेरी हर आह पर , तुम अदा करती. अगर मैं तेरा , तुम मेरी होती...! ------ --------- ------ अगर मैं वफा , तुम बेवफा होती...! तेरी हर अदा पर , मुझे दर्द होता. मेरे हर दर्द पर , तुझे जख्म होता. तेरे हर जख्म पर , मुझे हंसी आती . मेरे हर हंसी पर , तुझे रोना आता. अगर मैं वफा , तुम बेवफा होती...! चिन्ता नेताम " मन " डोंगरगांव (छत्तीसगढ़)