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अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ

Trishika Srivastava 16 May 2023 शायरी दुःखद 7957 1 5 Hindi :: हिंदी

अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ
हर सजा की मैं हक़दार हो गई हूँ
तमाम उम्र नहीं देखूंगी ख़ुद को आईने में 
ऐ ख़ुदा! मैं इतनी दागदार हो गई हूँ

- त्रिशिका श्रीवास्तव ‘धरा’

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Sudha Chaudhary
Sudha Chaudhary सुन्दर

9 months ago

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