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अनचाहा लगाव

Ranjana sharma 30 Mar 2023 कहानियाँ अन्य Google 71090 0 Hindi :: हिंदी

छोटे से एक मकान में मां बेटे रहते थें, मां का नाम मधुरिमा और बेटे का नाम सोहन था । वहीं पास के एक गांव चंदापुर में मां एक सरकारी स्कूल में टीचर की नौकरी करती थी और अपने बेटे सोहन को भी उसी स्कूल में अपने साथ ले जाती थी।सोहन तीसरी कक्षा में पढ़ता था। स्कूल से आने के बाद सोहन अपने कुछ दोस्तों के साथ खेलने चला जाता था। रात में उसे अपनी मां की कहानी सुनने के बाद ही नींद आती थी।उसे रोज रात को अपने घर के बाहर से एक व्यक्ति की गाना सुनाई देती थी,पर वह अपनी मां की कहानी सुन सो जाता था।हर रात की तरह वह अपनी मां की कहानी सुन कर सो रहा था,पर आज उसे कहानी सुनने के बाद भी नींद नहीं आ रही थी तब उसकी मां ने प्रश्न किया "क्या बात है बेटा ?आज तुम्हें नींद नहीं आ रही।"उसने कहा "मां आज उस व्यक्ति की गाना सुनाई नहीं दे रही,आज वह अपने घर नहीं गया क्या ?"इतने में मां बोल उठती है बेटा अब मैं तुझे कैसे बता सकती हूं बाहर में कोन -कब -कहां जाता है ?तू सो जा। तभी उस शांत माहौल में उस व्यक्ति के गाने की आवाज गूंजने लगती है।सोहन खुश हो जाता है और सो जाता ।उसकी मां यह देख दंग रह जाती और सोच में पड़ जाती है कि "मेरा बेटा मेरी कहानी सुनकर सोता था या उस व्यक्ति का गाना।"

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