Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

आत्मा

Mk Rana 30 Mar 2023 कहानियाँ दुःखद 86327 0 Hindi :: हिंदी

                   
जो कहता था, जन्मो जन्म का रिश्ता है तेरा मेरा साथ।
मुझे मरे हुए एक साल ही बिता था, वह थाम लिया दूसरे का हाथ।।
मैं आत्मा हूं, ना मिला जगह 'वहां' चूंकि प्रीत लगा जो तुम से था।
सोचा चल देख आऊं तुझे, कितना दुःख में हो मेरे बिना देखकर होस उड़ गया मेरा, ओ किसी और साथ खोया था।।
मैं मूर्ख-गलत था जो समझ लिया उस रिश्ते को अनमोल।
शिक्षा है तो सही राह दे ना पहुंचे दुख किसी को तुमसे से
ऐसे कुछ उपहार दे,समझ ले "अन्यथा" यहां बड़े हैं ओल जोल।।

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

लड़का: शुक्र है भगवान का इस दिन का तो मे कब से इंतजार कर रहा था। लड़की : तो अब मे जाऊ? लड़का : नही बिल्कुल नही। लड़की : क्या तुम मुझस read more >>
Join Us: