Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

सुन्दर

Ratan kirtaniya 30 Mar 2023 गीत प्यार-महोब्बत अपने प्यार को जग में सबसे प्यारी लगती / लगता है उस विषय में लेख है । 40561 0 Hindi :: हिंदी

लड़का :-
           ना कोई थी ना कोई है
           ना कोई कभी होगी दोबारा
           गुलबदन गुलफ़ाम चहेरा
           इतनी सुन्दर है माशूक़ा मेरा
 लड़की :-
            ना कोई था ना कोई है
             ना कोई कभी होगा दोबारा
             गुलबदन गुलफ़ाम चहेरा
             इतना सुन्दर है माशूक़ मेरा
             सब कुछ मेरा
             ना रही अब मेरा
             सब कुछ हैं तेरा
             तेरे बाँहों में दोनों जहाँ मेरा
             तेरा दिल है आशियाना मेरा
लड़का :-
           ना कोई थी ना कोई है
           ना कोई कभी होगी दोबारा
           गुलबदन गुलफ़ाम चहेरा
           इतनी सुन्दर है माशूक़ा मेरा
           नूर और चमके तेरा
           अगर गहना बन जाए चाँद - सितारा
           डर है कहीं लश्क़ - ए - क़मर
           देखके रूप तुम्हारा
           लगा ले बिंदिया काज़ल की
           हो चश्म - ए -बद्दूर तेरा
           अगर नज़र लग जाए किसी पागल की
           इतनी खूबसूरत है माशूक़ा मेरा
लड़की :-
          ना कोई था ना कोई है
          ना कोई कभी होगा दोबारा
          गुलबदन गुलफ़ाम चहेरा
          इतना सुन्दर है माशूक़ मेरा
          कितनी सुन्दर नज़ारा
          गुल खिले हैं सारा
          ज़ज्बात है कितना प्यारा
          बनाऊँगी प्रेम की गज़रा
          गुलशन के गुल सारा
.         होगी चाहत की डोर हमारा
          गूथूँगी उस में आरमान सारा
          पहनाऊँगी उसे
          जो बसा है दिल में मेरा
          क्या कहूँ हाल - ए - दिल मेरा
          इतना सुन्दर है माशूक़ मेरा
लड़का :-
           देख लो ज़रा
           धूप बरसात की नज़राना प्यारा
           सात रंगों से सजा आसमान
           लग रहा कितना प्यारा
           ना था ऐसा नज़ारा
           मुश्किल है होना दोबारा
           आरजू है मेरा
           तेरे जुल्फ़ो तले गुज़रे जीवन हमारा
           तुम ही हो माहताब मेरा
           तू ही आफ़ताब हमारा
           तेरी तबस्सुम से होती सवेरा
           ना कोई थी ना कोई है
           ना कोई कभी होगी दोबारा
           गुलबदन गुलफ़ाम चहेरा
           इतनी सुन्दर है माशूक़ा मेरा
    
       

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

ये खुदा बता तूने क्या सितम कर दिया मेरे दिल को तूने किसी के बस मैं कर दिया वो रहा तो नहीं एक पल भी आकर टुकडें- टुकड़ें कर दिये ना विश्वा read more >>
Join Us: